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G-20 शिखर सम्मेलन में सभी देशों के बीच दिल्ली घोषणापत्र पर सहमति

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नई दिल्ली में 9 सितंबर को शुरू हुए दो दिवसीय G20 शिखर सम्मेलन का आज 10 सितम्बर को दूसरा व अंतिम दिन है। आज G20 शिखर सम्मेलन का तीसरा सेशन होगा। 9 सितंबर को दो सेशन हुए थे। पहले सेशन में ही विभिन्न देशों से आये नेताओं में डिक्लरेशन पर सहमति बन गई हैं।

भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शनिवार को दिल्ली के भारत मंडपम में G-20 में शामिल नेताओं के लिए रात्रिभोज का आयोजन किया था। भोजन के मेनू की शुरुआत यह दर्शाती है कि भारत अपनी सारी विविधता के साथ ‘स्वाद’ से कैसे जुड़ा है। भोजन मेनू में लिखा है, “परंपराओं, रीति-रिवाजों और जलवायु का मिश्रण, भारत कई मायनों में विविध है, स्वाद हमें जोड़ता है।”

G-20 शिखर सम्मेलन में सभी देशों के बीच दिल्ली घोषणापत्र पर सहमति बन गई है। दिल्ली घोषणा में G-20 में शामिल सभी देशों से “क्षेत्रीय अधिग्रहण के लिए बल प्रयोग से बचने” का आग्रह किया गया है। जबकि पूरे दस्तावेज़ में रूस का कही भी कोई संदर्भ नहीं है।

G-20 शेरपा अमिताभ कांत ने कहना हैं कि लगभग 200 घंटे की लगातार बातचीत का नतीजा था और शुक्रवार रात को ही इस पर सहमति बन गई थी। जो भारत, ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका और इंडोनेशिया व बाद में मैक्सिको, तुर्की और सऊदी अरब के नेतृत्व वाले शेरपाओं और उभरते बाजारों का संयुक्त प्रयास रहा है। जिसने G-7 देशों पर दबाव डाला और उन्हें मेज पर लाया। जिसके बाद भारत, ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका और इंडोनेशिया के साथ-साथ मैक्सिको, तुर्की और सऊदी अरब ने दबाव बनाने के लिए मिलकर काम किया।