शहीद स्मारक में जनकवि गिर्दा को पुण्यतिथि पर किया गया याद
देहरादून, राज्य के हर जन संघर्ष व आंदोलनों में शामिल जनकवि गिरीश तिवारी गिर्दा को उनकी पुण्यतिथि पर याद किया गया। दून में शहीद स्मारक पर हमारी विरासत के नाम पर गिर्दा को याद किया गया।
इसमें वक्ताओं ने कहा कि गिर्दा जिंदगी भर विकास के नाम पर पहाड़ों की लूट और राज्य के लोगों के शोषण के खिलाफ लड़ते रहे। इसलिए प्रदेश भर में उनकी याद में कार्यक्रम हो रहे हैं। शहीद स्मारक पर सांस्कृतिक संगठनों एवं जन संगठनों के प्रतिनिधि के साथ शहर के बुद्धिजीवी, लेखक और कवि कार्यक्रम में शामिल हुए। वक्ताओं ने कहा कि आज सरकार जिस ढंग से बड़े कॉर्पोरेट के हित में नीतियां बना रही है और जिस ढंग से पहाड़ों को बेच रही है, ऐसी नीतियों और कदमों का गिर्दा ने हमेशा विरोध किया। गिर्दा के गीतों को गाकर लोगों ने याद किया कि उन्होंने कैसे हर आंदोलन को ऊर्जा दी। जन संवाद समिति के सतीश धौलखंडी, उत्तराखंड महिला मंच के कमला पंत, निर्मला बिष्ट, चन्द्रकला, पद्मा घोष, कवि राजेश सकलानी, बार काउंसिल की पूर्व राज्य अध्यक्ष राजिया बेग, चेतना आंदोलन के शंकर गोपाल, राजेंद्र शाह, मुकेश उनियाल, उत्तराखंड क्रांति दल के वरिष्ठ नेता लताफत, भारत ज्ञान विज्ञान समिति के कमलेश खंतवाल, क्रांतिकारी लोक अधिकार संगठन के भूपाल, लेखक राकेश अग्रवाल, राज्य आंदोलनकारी जबर सिंह पावेल व अन्य कार्यक्रम में शामिल रहे।