उत्तराखंड समेत देश के तमाम राज्यों के जंगलों में वनाग्नि की निगरानी एक नवंबर से जापानी सेटेलाइट के जरिए की जाएगी। भारतीय वन सर्वेक्षण के विशेषज्ञों के मुताबिक एक नवंबर से फायर सीजन शुरू होगा। वनाग्नि की घटनाओं की निगरानी को लेकर सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।अहमदाबाद स्थित अंतरिक्ष उपयोग केंद्र से मिले डाटा का अध्ययन करने के बाद संबंधित राज्यों को वनाग्नि की घटनाओं की ताजा जानकारी दी जाएगी
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