ऋषिकेश, ऋषिकेश के परमार्थ निकेतन आश्रम में स्वामी चिदानंद मुनि की मुस्लिम समाज के लोगों के साथ फोटो और वीडियो वायरल होने पर धर्म संसद के संयोजक आनंद स्वरूप ने चिदानंद मुनि के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि चिदानंद मुनि ने हिंदू समाज से सार्वजनिक तौर पर माफी नहीं मांगी तो उनका मुंह काला किया जाएगा। परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष चिदानंद मुनि की फोटो/वीडियो सोमवार को वायरल हुई थी। आनंद स्वरूप का कहना है कि वीडियो में आश्रम कैंपस में कुछ लोग नमाज पढ़ते नजर आ रहे थे। सोमवार को संतों ने बैठक कर इस पर आक्रोश जाहिर किया था। मंगलवार को उत्तरी हरिद्वार के शांभवी आश्रम के परमाध्यक्ष आनंद स्वरूप ने वीडियो जारी करते हुए तीखी प्रतिक्रिया दी है।
उन्होंने चिदानंद मुनि पर हमला बोलते हुए कहा कि वीडियो या फोटो चाहे चार या आठ साल पुराना क्यों न हो, लेकिन गंगा तट पर नमाज कैसे पढ़वाई गई इसका उन्हें जवाब देना होगा। उन्होंने कहा कि यदि साधु-संत धर्मनिरपेक्ष हो जाएगा तो हिंदू संस्कृति की रक्षा भला कौन करेगा।
यह कार्य राजनैतिक दलों के नेताओं का है। उन्होंने कहा कि चिदानंद मुनि को धर्म का संरक्षण करना चाहिए, न कि उन्हें नमाज पढ़वानी चाहिए। बोले कि जब तक वह हिंदू धर्म से सार्वजनिक तौर पर माफी नहीं मांगते हैं तब तक उनका सार्वजिक कार्यक्रम में बहिष्कार किया जाएगा। उन्हें कहना होगा कि भविष्य में वह इस तरह का कृत्य नहीं करेंगे। वहीं स्वामी चिदानंद सरस्वती का इस बारे में कहना है कि कुछ लोगों ने कुछ भ्रांतिपूर्ण पोस्ट वीडियो और फोटो डाले हैं। यह सब सत्य से परे हैं। करीब चार साल पहले आश्रम में राष्ट्रीय ध्वज और राष्ट्रगान की गरिमा बनाये रखने के लिये बैठक की गई। जिसमें सभी ने राष्ट्र ध्वज फहराने के साथ राष्ट्रगाना गाया। देश में अमन, शांति बनाये रखने का संकल्प भी लिया गया।