शुक्रवार को एक होटल में दून वैली हॉस्पिटेलिटी इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के पदाधिकारियों एवं होटल संचालकों की सोशल डिस्टेंस के तहत बैठक हुई
सीमा पर चीन से चल रही तनातनी के बीच दून के होटल संचालकों ने बड़ा फैसला लिया हैं। उन्होंने बैठक कर चीन और पाकिस्तान से आने वाले यात्रियों को अपने यहां पर कमरे नहीं दिये जाने का एलान किया हैं।
अध्यक्ष सुरेश गिल्होत्रा और ज्वाइंट सेकेट्री पंकज गुप्ता अभिनंदन ने बताया कि बैठक में चारधाम यात्रा को लेकर चर्चा की गई। तय किया गया कि प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से आने वाले लोगों को विशेष सुविधाएं दी जाएगी।
इसके अलावा होटलों में संचालक, कर्मचारी एवं आने वाले यात्रियों की कोरोना जांच स्वयं कराने को लेकर भी चर्चा की गई। क्योंकि डाक्टर से अनुमति लेने में लंबा वक्त लग रहा हैं।
बिजनेस ट्रेवल पर आने वाले यात्रियों को कंपनी के लेटर पर कमरा देने पर सहमति बनी। इसके अलावा चार माह से बंद पड़े होटल व्यवसाय को फिर से पटरी पर लाने के लिए विस्तृत चर्चा की गई।
कहा गया कि राजय में डेढ लाख लोग इससे जुड़े हैं। घाटे से उबारने के लिए सरकार से कई मांगे की गई। नगर निगम के बिस्तर को माफ करने, हाउस टैक्स एवं कॉमर्सियल टैक्स में कटौती करने, बिजली के फिक्स चार्ज को माफ करने एवं होटलों के संचालन को एसओपी को व्यवहारिक करने के लिए सरकार से मांग की गई।
इसके अलावा होटलों एवं यात्रियों के एक हेल्पलाइन नंबर अलग से जारी करने की मांग की। इस संबंध में एक ज्ञापन एसडीएम सदर गोपालराम बिनवाल एवं जिला पर्यटन अधिकारी जसपाल चौहान से वार्ता कर उन्हें सौंपा गया।